DGP ने जारी किया क्राइम गज़ट -2018   पुस्तक के प्रकाशन के लिए अपराध शाखा जेएंडके को बधाई

श्रीनगर, 09 जुलाई: पुलिस महानिदेशक, जम्मू-कश्मीर, श्री दिलबाग सिंह ने आज यहां पुलिस मुख्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में वर्ष 2018 के लिए अपराध राजपत्र का वार्षिक संस्करण जारी किया।
      एडीजीपी समन्वय, श्री ए.के. चौधरी, एडीजीपी मुख्यालय श्री ए. जी. मीर, आईजीपी (सीआईवी), डॉ एस डी सिंह जम्वाल, आईजीपी अपराध, श्री एस. ए. मुज्तबा, एआईजी, श्री रेयस मोहम्मद भट, श्री मुब्बसिर लतीफी, श्री दिलीप कुमार, श्री मनोज पंडित, एसपी (आर्मरी) श्री गुलज़ार अहमद और पीएचक्यू और अपराध मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
      श्री दिलबाग सिंह ने राजपत्र का अनावरण करते हुए अपराध शाखा जम्मू-कश्मीर के राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के राजपत्र के संकलन और प्रकाशन से जुड़े अधिकारियों को बधाई दी ।
       DGP J&K ने कहा कि यह पुस्तक हमारे राज्य में अपराध की प्रवृत्ति और अपराध के अन्य आंकड़ों को दर्शाती है। उन्होंने आगे कहा कि यह अपराध राजपत्र न केवल राज्य के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में अपराध की स्थिति का अवलोकन करेगा, बल्कि अपराध का मुकाबला करने के लिए हमारी भविष्य की नीतियों और रणनीतियों को आकार देने में भी मदद करेगा।
        वर्ष 2018 के दौरान राज्य में अपराध परिदृश्य में बढ़ते और घटते रुझानों पर अपराध राजपत्र में प्रकाश डाला गया है और पिछले वर्ष यानी 2017 के अपराधों की तुलना को भी दर्शाया गया है। इसका उद्देश्य पुलिस अधिकारियों के बीच अपराध दर और बढ़ते अपराधों के बारे में जानकारी प्राप्त करना है।
        राजपत्र के अनुसार, वर्ष 2018 के दौरान 27276 अपराध विभिन्न प्रमुखों के तहत दर्ज किए गए थे। पुलिस द्वारा जांच के तहत कुल 26095 मामलों का निपटारा किया गया। इनमें से 19458 मामलों में चार्जशीट दायर की गई थी। महिलाओं के खिलाफ अपराध में 3623 मामले दर्ज किए गए जबकि वर्ष के दौरान 938 एनडीपीएस मामले दर्ज किए गए।
          क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा अपराध गज़ट का डेटा एकत्र कर के उसका सारणीबद्ध और रखरखाव किया गया है, आईजीपी क्राइम जम्मू-कश्मीर श्री एस अश्फादुल मुज्तबा की अध्यक्षता में पुस्तक को तैयार किया गया था।